कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। केंद्र सरकार देश में ड्रोन इंडस्ट्री को बढ़ावा देने पर विचार बना चुकी है। वहीं यूपी में योगी सरकार भी ड्रोन टेक्नोलॉजी के जरिए प्रदेश वासियों को हर वह मदद देना चाहती है जो ड्रोन के जरिए से हो सकती है। यह बात उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कही।
वे आईआईटी कानपुर में आज से शुरू हुए अंतराग्नि-21 में ड्रोन टेक्नोलॉजी पर आईआईटी कानपुर और राज्य सरकार के बीच चल रहे एग्रीमेंट के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर ड्रोन के रिसर्च और डेवलपमेंट के एरिया में काम शुरू करने जा रही है। हम चाहते हैं कि कृषि कार्यों के साथ-साथ रक्षा क्षेत्र, सर्विलांस और आपदा क्षेत्र में भी ड्रोन टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाय।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अभी हाल ही में पेश हुए बजट में भी ड्रोन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए संसद में बात की गई। ड्रोन से जुड़े सरकार के महत्वपूर्ण फैसलों में भी आईआईटी कानपुर के सुझाव मांगे और उन्हें शामिल भी किया गया। आईआईटी कानपुर में बनाने जा रहे सेंटर फॉर ड्रोन एक्सीलेंस के प्रस्ताव को एप्रूव कर दिया गया है। आने वाले 100 दिनों में प्रदेश सरकार और आईआईटी इसपर काम भी शुरू कर देगी।
अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया, डिफेंस कॉरिडोर के लिए हम पहले से ही आईआईटी कानपुर के साथ काम कर रहे है। एक एमओयू भी साइन हुआ है डिफेन्स सेक्टर पर काम करने के लिए, जिसके लिए पिछले तीन साल से आईआईटी सहयोग कर रहा है। मंत्रालय के बजट से बड़ा हिस्सा आरएंडडी, एकेडेमिया और स्टार्टअप्स को दिया जाएगा। साथ ही डिफेन्स फोर्सेज के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी पर काम किया जा रहा है, इस प्रोजेक्ट को रफ्तार देने के लिए बजट भी बना लिया गया है।
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कानपुर शहर को डिफेन्स कॉरिडोर से जोड़ने के बाद अब शहर में डिफेंस डोर भी बनाने जा रहा है। अवस्थी ने दी बताया कि आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर शिवली के पास सरकारी ज़मीन पर नई यूनिट्स लगाई जाएगी, जिसमे डिफेन्स सेक्टर को किस तरह और मजबूत करना है, उस पर काम किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव नई सरकार के 100 दिनों के भीतर पास कर दिया जाएगा।