कानपुर, भूपेंद्र सिंह। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ की भ्रष्ट नीतियों को पहले ही कई बार उजागर किया जा चुका है लेकिन इस बार उसने सारी पराकाष्ठाओं को भी पार करने का साहस दिखाते हुए सफलता पा ली है। प्रदेश क्रिकेट संघ महिला क्रिकेटरों के साथ खिलवाड़ करने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रहा। हद तो और भी हो गई जब उन्नाव क्रिकेट एसोसिएशन ने जिला स्तर पर खिलाड़ियों का चयन ही नहीं किया। जबकि प्रदेश की महिला क्रिकेट टीम को बनाने के लिए गुरुवार से कानपुर के कमला क्लब में चयन प्रक्रिया भी शुरू हो गई। इस चयन प्रक्रिया में उन्नाव की खिलाडियों को मन्डलल में चयनित न होने के चलते उन्हेक शामिल ही नही होने दिया।

प्रदेश की टीम में शामिल होने के लिए उन्नाव की महिला खिलाड़ियों ने जब चयन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए कमला क्लब में प्रवेश किया तो उन्हें यूपी से के भ्रष्ट अधिकारियों का कोप भाजन का शिकार भी बनना पड़ा। यूपीसीए के महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों ने महिला खिलाड़ियों को कमला क्लब के भीतर प्रवेश से ही नहीं दिया। जबकि प्रदेश के अन्य जिलों से आई महिला खिलाड़ियों ने चयन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही अपना पंजीकरण भी करा लिया था।
उन्नाव की खिलाड़ियों ने जब कमला क्लब में अपना विरोध दर्ज कराया और संघ के पदाधिकारियों को अपना सख्त रवैया दिखाया तो मजबूरी में उन्नाव के क्रिकेट स्टेडियम में उनके जिला स्तर का ट्रायल भी आयोजित आनन-फानन में करवाया गया। जिसके बाद वह महिला खिलाडियों ने प्रदेश टीम में शामिल होने वाली चयन प्रक्रिया में हिस्सा लेने में सफलता पा सकीं।
उन्नाव में दोपहर तक चली चयन प्रक्रिया के बाद वहां की खिलाडियों ने कमला क्लब में प्रदेश स्तरीय ट्रायल में शिरकत की। इस मामले में जब उन्नाव क्रिकेट संघ के सचिव पीके मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिले व मण्डल की चयन प्रक्रिया अगस्त महीने के पहले सप्ताह में आयोजित होनी थी। चयन प्रक्रिया अपरिहार्य कारणों से जिला स्तर पर आयोजित नहीं हो पाई। अब एक ही दिन में दोनों जगह के ट्रायल करा कर खिलाड़ियों का समायोजन कर दिया जाएगा।