कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। कानपुर महानगर सहित मंडल के दो जिलों को ईको टूरिज्म सर्किट से जोड़ा जाएगा। उन्नाव को भी इसमें शामिल किया किया जाएगा। इस सर्किट में कानपुर प्राणि उद्यान, इटावा चंबल सेंचुरी और कन्नौज के पक्षी विहार के साथ ही नवाबगंज पक्षी विहार (उन्नाव) को एक साथ रखा जाएगा। जिससे पर्यावरण पर्यटन को प्रदेश में बढ़ावा दिया जा सके। यह फैसला प्रदेश में पहली बार गठित इको टूरिज्म बोर्ड के तहत लिया गया है।
इको टूरिज्म बोर्ड प्रदेश के सभी जिलों में इको टूरिज्म की संभावना तलाश रहा है। इसमें कुछ नए स्थानों को भी जोड़ा जाएगा। जो प्राकृतिक रूप से काफी समृद्ध हैं। कानपुर के चिड़ियाघर और गंगा बैराज को भी इसमें शामिल किया जा सकता है। बिठूर में भी ऐसे स्थान की तलाश की जा रही है।
फिलहाल इको टूरिज्म सर्किट वाले स्थानों की दृष्टि से कानपुर का चिड़ियाघर, इटावा का लॉयन सफारी और चंबल सेंचुरी वेट लैंड, कन्नौज का लाख बहोशी झील पक्षी विरार समेत उन्नाव के पक्षी विहार को काफी समृद्ध माना जा रहा है।
इस बाबत डीएफओ अरविंद यादव ने बताया कि इको टूरिज्म बोर्ड की इस परिकल्पना के तहत प्रदेश के पर्यावरण आच्छादित स्थानों को जोड़ा जा रहा है, इससे लोगों को घूमने की अच्छी जगह मिलेगी और रोजगार का भी सृजन होगा। कानपुर के आसपास ऐसे कई स्थान हैं, जिन्हें एक सर्किट में जोड़ने पर भी काम किया जाएगा।