यूक्रेन में फंसीं छिबरामऊ की दो बेटियां

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कन्नौज/बीपी टीम : रूस और यूक्रेन के बीच स्थिति काफी तनावपूर्ण है। यूक्रेन बम के धमाकों से लगातार दहल रहा है। यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गईं दो बेटियां भी वहां फंसी हैं। पढ़ाई छूटने के डर से वह वहां से नहीं निकल पाईं। जब निकलने का प्रयास किया तो अब उड़ानें रद हो रही हैं।

छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव ढिपारी बरुआ सबलपुर निवासी सपा नेता बृजपाल शाक्य की पत्नी सुधारानी शाक्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छिबरामऊ में स्टाफ नर्स हैं। उनकी दो बेटियां करिश्मा व कामना एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गई थीं। वहां वे टर्न ओपन यूनिवर्सिटी में शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। गुरुवार को मां सुधारानी शाक्य ने बताया कि दोनों बेटियां चार वर्ष से वहां पढ़ाई कर रही हैं।

कल युद्ध शुरू होने पर बच्चे डर गए थे। आनलाइन कक्षाएं संचालित किए जाने की मांग भी की है। मोबाइल फोन पर बात हुई तो बेटियों ने बताया कि एक बम यूक्रेन में गिरा। यह पब्लिक स्थल से दूर था। बच्चों ने भी फ्लाइट बुक कराई थी। आठ मार्च को इसकी उड़ान थी। इस फ्लाइट को अब कैंसिल कर दिया गया है। यूक्रेन की राजधानी कीव से फ्लाइट पकड़नी थी। वहां के नजदीक ही युद्ध हो रहा है।

दूसरे बच्चे कीव से फ्लाइट पकड़ने पहुंचे थे। वह फ्लाइट भी नहीं निकल सकी। सुधा ने बताया कि दूतावास में फोन कर बच्चों को वापस भेजे जाने की मांग की है। पिता बृजपाल शाक्य ने बताया कि बच्चे आना चाहते हैं। चिंता हो रही है। भारत सरकार को उनके वापस घर लाने के लिए इंतजाम करने चाहिए। माता-पिता ने बताया कि पहले 23 हजार से 24 हजार में फ्लाइट की टिकट बुक हो रही थीं। वर्तमान में यह 63 से 90 हजार तक में हो रही हैं।

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