पुरवा, उन्नाव/अशोक तिवारी। सूबे के नए प्रमुख सचिव के निर्देशों का असर दिखाई पड़ने लगा है। आवारा व छुट्टा मवेशियों से निजात दिलाने के लिए उन्होंने जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में 10 जनवरी तक आवारा मवेशियों को गौशालाओं में भेजने का हुक्म दिया है।मंगलवार को स्थानीय प्रसाशन ने कार्यवाही शुरू कर दी है। खंड विकास अधिकारी डॉ.संतोष श्रीवास्तव ने टीम गठित कर मवेशियों को पकड़ने का अभियान चलाया।
गौरतलब है कि आवारा जानवर किसानों के लिए सबसे ज्वलंत समस्या बनी हुई है। निजात दिलाने हेतु शासन के निर्देश पर आवारा व छुट्टा मवेशियों को पकड़वाने का अभियान चलाया जा रहा है। क्रम में बीडीओ डॉ संतोष श्रीवास्तव के नेतृत्व में ब्लॉक क्षेत्र की न्याय पंचायत मिर्जापुर सुम्हारी के 7 गांवों से आधा सैकड़ा से अधिक छुट्टा मवेशियों को पकड़वा कर टैगिंग कराई गई और उन्हें गौशालाओं में संरक्षित करा दिया गया है।
अभियान को लेकर खंड विकास अधिकारी डॉ. संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि छुट्टा जानवरों को पकड़ने का अभियान 1 से 10 जनवरी तक प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर रोस्टर बनाकर चलाया जा रहा है। आज मिर्जापुर सुम्हारी न्याय पंचायत अंतर्गत 7 गांवों से तकरीबन आधा सैकड़ा से अधिक छुट्टा जानवरों को पकड़क उन्हें गौ-आश्रय केंद्र में संरक्षित करा दिया गया है।
बीडीओ श्रीवास्तव ने सबसे सहयोग की उम्मीद जताते हुए अनुरोध किया कि व्यापक कार्य में अपना सहयोग करें, पालतू और बंधे हुए जानवरों को हरगिज ना छोड़े अन्यथा की स्थिति में विधिक कार्यवाह ही एकमेव रास्ता है।
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अभियान में मुख्य रूप से डॉ. सुशील कुमार उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डॉ. रामकुमार, डॉ. भूपेंद्र सिंह यादव, ग्राम विकास अधिकारी धीरेंद्र रावत, राजेंद्र कुमार, एडीओ पंचायत अशोक कुमार भारती, ओमप्रकाश चौधरी सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।