Unnao, Ashok Tiwari : असोहा समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आकास्मिक निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर जीएस बाजपेई उस समय दंग रह गये जब अस्पताल में नौ डाक्टरों के अलावा भारी भरकम स्टाफ में से केवल सात लोग ही उपस्थित मिले इनमें एक डॉक्टर विमल आर्या, दो फार्मेसिस्ट तथा स्वीपर तथा कम्प्यूटर आपरेटर अपनी ड्यूटी निभा रहे थे।हद तो इस बात की है कि, अस्पताल के अधीक्षक डाक्टर वीपी सिंह भी बिना बताए अस्पताल से कयी दिनों से नदारत मिले।
एडी ने देखा कि, लगभग एक सैकड़ा मरीज जिनमें महिलाएं तथा बच्चे पुरुष बीमार थे और दवा के लिए लाइन में खड़े थे क्यो कि इतनी बड़ी सीएचसी में सैकड़ों मरीजो को देखने वाले डॉक्टर एक विमल आर्या ही थे। एडी ने जब अस्पताल की साफ-सफाई को देखा तो अस्पताल में गंदगी मिली अस्पताल के डॉक्टरों के रवैया देखकर दंग रह गये।
हालात यही तक नहीं ओगरापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जब एडी पहुंचे तो वहां भी तीन डाक्टरों में से एक डॉक्टर ही अपना फर्ज निभाते मिले।सेम यही हालत कालूखेड़ा पीएचसी का रहा। एडी बाजपेई ने इस बाबत पूछने पर दूरभाष पर कहा कि, सारी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है, अपसेन्ट सभी के वेतन को रोक दिया गया है सभी को कारण बताओ नोटिस भी जारी की गई है। ड्यूटी से नदारद रहने वालो पर शासन की तरफ से शीघ्र कड़ी कार्रवाई होगी।