सांसद साक्षी महराज के प्रतिनिधि पर असोहा थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज

उन्नाव

पुरवा-उन्नाव,अशोक त्रिपाठी। स्थानीय भाजपा का उसके अनुसांगिक संगठनों के मध्य सामंजस्य नहीं है न होने का नतीजा भगवा उठाने वालों को भुगतना पड़ रहा है केंद्र एवं राज्य में सत्ता होने के बावजूद भाजपाइयों पर धड़ाधड़ मुकदमें दर्ज कराए जा रहें हैं ताजातरीन मसला सांसद प्रतिनिधि से सम्बंधित है खास यह कि कभी सांसद का सुरक्षा गार्ड रहा अब सेवानिवृत्त सिपाही ने मुकदमा लिखवाया है।भाजपा शासन में  संघ एवं भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुयी कार्यवाही  से लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। असोहा थाना क्षेत्र के ग्राम भटपुरा निवासी ज्ञान शर्मा उन्नाव सांसद साक्षी महाराज  के प्रतिनिधि हैं कई वर्षों से भगवा झंडा उठाये हुये हैं।गत 13 जून को सांसद का सुरक्षा गार्ड रहा सिपाही भजनलाल जो अब सेवानिवृत्त हो चुका है ज्ञान शर्मा व उनके भाई सहित एक अन्य पर धारा 406,420,504,506 एस सी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा लिखवा दिया।बतातें चलें कि इससे पूर्व सासंद प्रतिनिधि प्रेमशंकर लोधी के विरुद्ध मुकदमा लिखवाकर जेल भिजवाया गया था।

जान लेवा हमले से सम्बंधित अभियोग से प्रेमशंकर लोधी आजभी अनभिज्ञ हैं सब कुछ सोची समझी रणनीति के तहत हुआ और करवाने वाले कुछ भाजपाई ही रहे। सनद रहे कि भाजपा एवं संघ से जुड़े तमाम कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मुकदमें लिखवाकर उन्हें प्रताड़ित करने या कराने के मामले अनगिनत है खास यह कि प्रत्येक में संगठनों के बड़े लोगों के मध्य सामंजस्य का जबरदस्त अभाव सामने आया है। आगे यही रहा तो कितने कार्यकर्ताओं को मुकदमा झेलना पड़ेगा कहा नहीं जा सकता। मुकदमों की फेहरिस्त में मौरावां मण्डल के उपाध्यक्ष एवं भवानीगंज निवासी पवन गुप्ता एवं अनुसूचित मोर्चे मंत्री मूलचन्द्र रावत आदि के विरुत जानलेवा हमले सहित कई धाराओं में अभियोग दर्ज कराया गया  सूत्रों की मानें तो घटना के समय पवन गुप्ता थे ही नहीं यहाँ यह बताना जरूरी है कि पवन के पिता राधेश्याम गुप्ता पुराने संघी है व विभिन्न दायित्वों पर रहें हैं मौरावां निवासी राधेश्याम साहू छात्र जीवन से ही संघ के स्वंयसेवक, पदाधिकारी एवं विश्व हिन्दू परिषद के जिला मंत्री रहे हैं  राधेश्याम साहू के विरुद्ध पाक्सो एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कराकर उन्हें जेल भिजवा दिया गया बतातें चलें कि राधेश्याम साहू अपना विद्यालय चलातें हैं विषय पूर्ण न करने पर छात्रा को डांट रहे थे।  

डांटते वक्त एक अभिभावक व दो अन्य छात्राएं भी मौजूद थीं बावजूद जबरन मुकदमा लिखा दिया गया चूंकि मुकदमा लिखने हेतु एक जनप्रतिनिधि का फोन था लिहाजा मौरावां पुलिस ने सच पर पर्दा डालते हुए वही किया जो नेता जी चाहते थे। मामले कई हैं दरेहटा निवासी कुलबीर लोधी के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा दर्ज कराया गया कुलबीर लोधी संघ के पुराने कार्यकर्ता हैं मुकदमा लिखाने में तथाकथित भाजपाई  ही आगे आये।हिलौली खण्ड के तत्कालीन खण्ड कार्यवाह रहे समाधा निवासी  भूपेश बाथम को पहले जिलाबदर कराया गया फिर रायबरेली की सीमा से पकड़वाकर जबरन जेल भेज दिया गया  उल्लेखनीय है कि बाथम परास्नातक हैं मवई में पंडित दीनदयाल उपाध्याय इंटर कालेज के सहायक प्रधानाचार्य रहें हैं मुकदमा लिखवाने व जेल भिजवाने में भाजपा के ही कुछ लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

गौरतलब है कि नींव के पत्थरों पर बुल्डोजर चलाने का क्रम योगी सरकार बनते ही शुरू हुआ था योगी 2 में भी जारी है संघ एवं भाजपा कार्यकर्ताओं पर लिखवाए जा रहे प्रत्येक मुकदमें में किसी न किसी तथाकथित भाजपाई का ही हाथ रहा है जो तश्वीर उभरी है उसका सच यही कि संगठनों के जिम्मेदारों में आपसी सामंजस्य का जबरदस्त अभाव है। यह बात और है कि हर बार चुनाव आने से पूर्व संगठन का संगठन से कार्यकर्ता का कार्यकर्ता से समन्वय स्थापित कराने का नाटक चलता है बैठके दर बैठके होतीं हैं और चुनाव होते ही कार्यकर्ताओं को सताने का दौर शुरू हो जाता है। अबतक दर्जनों संघ एवं भाजपा कार्यकर्ताओं  के विरुद्ध दर्ज करवाये गये मुकदमों का क्रम यही रहा तो आगे कितने और बलि बेदी पर चढ़ जाएंगे कहा नहीं जा सकता इस सम्बंध में संघ के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता का कहना कि संगठन के बड़े लोगों  को गंभीरता से विचार करते हुऐ सामंजस्य स्थापित कराना चाहिये।