असोहा/उन्नाव/अशोक तिवारी : राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के छः उत्सवों में एक मकर संक्रांति उत्सव सम्पन्न।सैकड़ो स्वंयसेवकों ने एक साथ मिलकर खायी खिचड़ी। इस अवसर पर स्वंय सेवकों को सम्बोधित करते हुये वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता बालशंकर त्रिपाठी ने त्याग सेवा समर्पण के समन्वय का नाम हिन्दू है। जहां कोई दुर्भाव नहीं कटुता नहीं समानता एवं समरसता है इसी का नाम संक्रांति है।
मिर्री चौराहा सिथित हंसराज सोनी के परिसर में हुये मकर संक्रांति उत्सव का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन पश्चात हुआ।त्रिपाठी ने आगे कहा कि हिदुत्व की व्यापक व्याख्या करते हुये कहा कीजो त्याग सेवा और समर्पण से शारीरिक एवं मानसिक पापों का शमन करते हुए अपने शत्रु का हितचिंतन करता हो उसे हिन्दू कहते हैं उन्होंने कहा कि कल्प परिजात पुस्तक में हिदुत्व की विस्तृत व्याख्या की गई है।
सनद रहे कि 17 जनवरी 23 को ही पुरवा में संघ कार्य को आकार देने वाले कार्यकर्ता एवं बी ए ए इंटर कालेज के संस्थापक एवं प्रधानाचार्य स्व0 हंसराज शर्मा का सौंवा जन्म दिन भी मनाया गया।श्री त्रिपाठी ने उनके जीवन से जुड़े अनेकों संस्मरण सुनाकर स्वंय सेवकों को संघ कार्य के लिये प्रेरित किया।
इस अवसर पर शताब्दी विस्तारक मयूर ,खण्ड कार्यवाह विजय खण्ड संघ चालक रामलाल,हंसराज सोनी,उमाशंकर मिश्र, दिनेश साहू, राजू साहू, अध्यक्ष नगर पंचायत रेनू गुप्ता, सौरभ,विशाल,अमन शुक्ल,रंजीत, व्योम,अभिषेख, मयंक, रोहित,सुधीर,भूपेश, कोमल आदि मौजूद रहे।उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति कार्यक्रम भूपतिपुर,पासाखेड़ा व चमियानी में भी हुआ।