- -कालोनी दिलाने के बहाने घर बुलाया।
- -धोखे से पासबुक भी ले ली।
- -पुलिस की नजर में नहीं हुई धोखाधड़ी।
- -पीड़ित ने सम्बन्धित अफसरों को भेजा प्रत्यावेदन।
पुरवा-उन्नाव। कालोनी पास होने की खबर देकर पहले घर बुलाया फिर चाय पिलाई चाय में नशीला पदार्थ मिला दिया नशे की हालत में पुरवा लाकर जमीन का बैनामा करा लिया।धोखाधड़ी का शिकार हो चुका पीड़ित अब छाती पीट रहा है।खास यह कि उसने रोते- रोते सारा वाक्या सुनाया एफआईआर लिखने के लिए रिरियाता रहा मगर बेरहम कोतवाली पुलिस ने कार्यवाही का झुनझुना थमा वापस कर दिया। पीड़ित ने प्रकरण की शिकायत सम्बन्धित अफसरों से की है। बनिगांव निवासी 60 वर्षीय उदयभान लोध पुत्र राम औतार ने बताया कि उसे भूमि संख्या 1536/4 रकबा 0-2790 हेक्ट0 (लगभग 1 बीघा 2 बिसुवा)व भूमि संख्या 1477/3 रकबा 0-1830 ( लगभग 15 बिसुवा) भूमि जो जरिये आवंटन में उसे मिली थी।
का बैनामा प्रधानपति ओमप्रकाश यादव पुत्र सुंदर लाल यादव ने गत 17 मार्च को अपने नाम बैनामा करवा लिया उदयभान को जब अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई तो वह कोतवाली पुलिस की चौखट पर जा पहुंचा रो – रो कर सारा वाक्या सुनाया कहा साहब हमें बचा लीजिए ओमप्रकाश यादव ने कालोनी आने का संदेश भेज कर घर बुलाया था चाय में पता नहीं क्या मिला दिया उसे होश नहीं है उसे धोखा देकर बैनामा करवा लिया पीड़ित ने बताया कि उसके पास इतनी ही जमीन थी जो चली गयी बच्चों को वह अब कैसे पालेगा समझ नहीं पा रहा है।
बतातें चलें कि पुरवा में फर्जी बैनामा करवाने वाला गिरोह अर्से से सक्रिय है जो बड़ी ही साफगोई से बैनामा करवा देता है।उदयभान इसी गिरोह का शिकार हो गया।प्रधानपति ओमप्रकाश यादव के कारनामे का शिकार पीड़ित न्याय की उम्मीद लिये मारा मारा फिर रहा है।हैरान करने वाली बात यह कि चार दिन बाद भी कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की इस सम्बंध में प्रभारी निरीक्षक चंद्रकांत सिंह ने फर्जी बैनामे की बात सिरे से खारिज करते हुऐ कहा कि फर्जी नहीं है। बेहतर होता पीड़ित के प्रत्यावेदन में लगाये गये आरोपों की गहनता से जांच की जाती मगर पुलिस को शायद यह मंजूर नहीं है।
पुरवा।17 मार्च को बैनामा हुआ औऱ 24 मार्च को दाखिल खारिज हेतु पत्रावली पेश कर दी गई सुनियोजित तरीके से कराई जा रही कार्यवाही से ही ही फर्जीवाड़े की स्पष्ट बू आ रही है खास यह कि आन लाइन पोर्टल पर सुनवाई हेतु अग्रिम तारीख दर्ज नही है। पुरवा।नशीला पदार्थ खिलाकर जमीन का बैनामा कराने का आरोपी ओमप्रकाश यादव का कहना है कि उसने बातचीत करके तीन लाख में सौदा किया सारा पैसा दे चुका हूं पैसा कब दिया, किस तरह दिया कितनी बार मे दिया सवाल का जबाब देते हुए वह हाँफने लगा खास यह कि पीड़ित अपने बच्चों दोनों बच्चों की कसम खाते हुये कहा जब हमनें जमीन बेची ही नहीं तो पैसा लेने का सवाल ही नहीं उठता।ओमप्रकाश सरासर झूठ बोल रहा है।
पुरवा। अपने ही ग्राम प्रधानपति से धोखाधड़ी का शिकार हुआ पीड़ित उदयभान लेखपाल के पास पहुंचा और जमीन सम्बंधी जानकारी चाही तो लेखपाल का जबाब सुन वह और भी हैरान हो गया लेखपाल ने कहा सरकार ने तुम्हें जमीन दी थी अब सरकार ने वापस ले ली है लेखपाल के जबाब से भी धोखाधड़ी की बू रही है।ऐसा प्रतीत होता है धोखाधड़ी में सम्बन्धित सभी मिले हुए हैं। पुरवा। पीड़ित उदयभान लोध पिछले दस साल से प्रधान के घर मजूरी करता है विश्वसनीय होने के कारण वह प्रधानपति ओमप्रकाश यादव के झांसे में आ गया रोज की तरह चाय पी ली पर उसे यह नहीं मालूम था यही चाय उसकी रोजी रोटी ले लेगी जमीन जाने के बाद उसका रो रो कर बुरा हाल है।