असोहा/उन्नाव/अशोक तिवारी : गांवों तथा कस्बो में कुकरमुत्तो की तरह फैल नर्सिग होम पैसा कमाने के नाम पर लोगों की जिन्दगी से किस तरह खिलवाड़ करते है इसका उदाहरण पुरवा कस्बे सिद्धबिनायक नर्सिग होम ही काफी है जहां प्रसूता की आपरेशन के चलते हालत बिगड़ गयी और बाद में मौत भी हो गयी। असोहा थाना क्षेत्र के गांव जोरावर गंज निवासी नरेश की 35 वर्षीय पत्नी आरती को डिलेवरी होनी थी, आरती का पति तथा परिवार वाले उसे पुरवा सिद्धबिनायक नर्सिग होम लाये बताते हैं कि सिद्धबिनायक के एक दलाल के माध्यम से प्रसूता को वहां भर्ती कराया गया
डाक्टरो ने नार्मल डिलीवरी न कराकर तुरंत आपरेशन की बात कही तथा ऐसा न करने पर जच्चा-बच्चा की जान का खतरा बताया। इस पर गरीब नरेश ने पैसा का इंतजाम करके आपरेशन करने को राजी हो गया, सूत्र बताते हैं कि डिलेवरी नार्मल हो सकती थी क्योकि मृतका के तीन बच्चे नार्मल ही हुये थे। फिलहाल आपरेशन के दौरान आरती की हालत बिगड़ गई तो नर्सिग होम वालो के हाथ पांव फूल गए तो नर्सिग होम वालो ने उसे कही बड़े अस्पताल ले जाने को कहा।
पति नरेश का कहना है कि पिछले शनिवार को आपरेशन हुआ था हालत बिगड़ने पर उसी दिन उसने पत्नी को लखनऊ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था जहां पर आज बुधवार को 11बजे उसकी मौत हो गई।पति नरेश तथा ससुराल तथा मैके पंक्ष वाले मृतका को सीधे पुरवा लाये तथा उसी नर्सिग होम के सामने शव को रखकर पुरवा मौरावां रोड जाम कर दिया।
रोड जाम की सूचना पर सीओ पुरवा पंकज सिंह, कोतवाली इस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र सिंह, एसडीएम तथा आस-पास के थानो की पुलिस मौके पर पहुंची तथा बड़ी मसकत के बाद यह आश्वासन दिया कि,नर्सिग होम तथा आपरेश करने वाले डॉक्टर के खिलाफ शक्त कार्यवाही की जायेगी। उधर सीएमओ ने भी कार्यवाही का आश्वासन दिया गौर रहे कि इस सिद्ध विनायक नर्सिग होम को पहले भी सीज कर दिया गया था लेकिन अस्पताल मालिक ने अपनी पहुंच की बदौलत फिर उसका संचालन कर लिया।