नदारद डाक्टरों में चिकित्सा अधीक्षक डॉ वीपी सिंह भी मिले अनुपस्थित
Ashoha,Ashok Tiwari : उन्नाव जनपद की असोहा सीएच सी एक ऐसी सीएचसी है जहां के अधिकांश डाक्टरो का सीएचसी से नदारद रहने का सिलसिला थम ने का नाम नहीं ले रहा है। और यहां के स्थानीय लोग तथा अस्पताल आने वाले लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि, आखिर सीएचसी के इन लापरवाह अहलकारों पर किसकी कृपा है। राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त बाल आयोग के सदस्य श्याम जी त्रिपाठी ने आज जब दिन के लगभग 12 बजे असोहा सीएचसी का अचानक निरीक्षण किया तो वह यह देखकर दंग रह गये कि, अस्पताल में डाक्टर विमल आर्या, डाक्टर शैलजा, फार्मेसिस्ट तथा सफाई कर्मरी को छोड़कर बाकी सारा स्टाफ नदारत था। अस्पताल में लगभग एक सैकड़ा मरीज लाइन में खड़े थे, क्यो कि, डाक्टर एक और एक महिला डाक्टर थी जो महिलाओं को देख रही थी।
अनुपस्थित डाक्टरों में चिकित्सा अधीक्षक वीपी सिंह खुद ही नदारत थे। राज्य मंत्री ने जब प्रशव रूम में जाकर देखा तो वहां साफ सफाई भी मानक के अनुरूप नहीं थी, उन्होंने मरीजों से बात चीत किया तो सबने कहा कि, डाक्टर विमल आर्या के अलावा और डाक्टर बहुत कम मिलते हैं। राज्यमंत्री ने कहा कि, मैंने रजिस्टर जिसमें हाजिरी लगाई जाती है उनकी फोटो ले लिया है जिसमें कुछ तो ऐसे भी हैं जिन्होंने एडवांस में अपनी हाजिरी लगा रंखा है।
गौर रहे कि, असोहा सीएचसी में बीते दो महीने के अनंराल में एडी तथा सीएमओ तथा राज्यमंत्री के औचक निरीक्षण में सीएचसी के प्रभारी सहित अधिकांश डाक्टर तथा अन्य स्टाफ हर बार नदारद मिला है। लेकिन सीएमओ हो या एडी सबने इस प्रकरण की रिपोर्ट शासन को न भेज अपना सुबिधा शुल्क लेकर हर बार रिपोर्ट को दाखिल दफ्तर कर देते हैं, अब देखना यह है कि, राज्य मंत्री इस प्रकरण में क्या एक्सन लेते हैं।