LUCKNOW : उत्तर प्रदेश विधानसभा में अब 64 साल पुराने नियम में बदलाव हो गया है. दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य-संचालन नियमावली-1958 में बनी थी. अब इस 64 साल पुरानी नियमावली में बदलाव हो गया है. 19 सिंतबर से शुरू हो रहे यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में पुरानी नियमावली की झलक नहीं दिखेगी. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इसमें बदलाव कर दिया है.
19 सितंबर से यूपी विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. ये सत्र 23 सितंबर तक चलेगा. इस सत्र से 1958 में बनी नियमावली में बदलवा कर दिया गया है. विधानसभा में अभी तक पूरे दिन में केवल दस तारांकित प्रश्न किए जाने की परंपरा रही थी. लेकिन अब इसकी संख्या बढ़ा दी गई है. पहली बार विधानसभा अध्यक्ष ने बीस-बीस प्रश्न लिए, जिससे ज्यादा से ज्यादा विधायक क्षेत्र की समस्याओं को विधानसभा में उठा सकें.
ये भी होगा बदलाव
इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष ने सदन के सभी सदस्यों के जन्मदिन मनाने की परंपरा भी शुरू कर दी है. इस बार 20 सितंबर को सदस्यों को जन्मदिन की बधाई दी जाएगी. इसके अलावा विधानसभा में विधायकों की सुविधा बढ़ाने पर भी ध्यान दिया गया है. पहले विधायकों को चाय और काफी पीने के लिए सदन छोड़कर कैंटीन जाना पड़ता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
विधानसभा भवन के बाहर ही काफी लाबी बनाई गई है. बता दें कि विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है. ये सत्र महिलाओं के लिए भी खास होगा. इस बार 22 सितंबर को एक पूरा दिन महिला सदस्यों को सवाल पूछने और बात रखने के लिए दिया जाएगा. एक महिला सदस्य को कम से कम तीन मीनट दिया जाएगा. वहीं विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले अध्यक्ष सतीश महाना ने रविवार को सर्वदलीय बैठक की है.