Beforeprint, Pulin Tripathi : योगी सरकार के नौकरशाहों में सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहने वाले अवनीश अवस्थी 31 अगस्त को रिटायर हो गये थे। केंद्र ने अंत सयय तक उनका एक्सटेंशन कबूल नहीं किया है। फिर भी चर्चा बनी रही कि सरकार में न उनका पद छोटा होने वाला है, न ही कद। अवनीश की ताकत को जस का तस बनाए रखने की कवायद की रूपरेखा बन गई है। अवनीश अवस्थी वर्ष 2001-02 के बीच गोरखपुर के डीएम थे। तभी योगी से बने इनके रिश्ते भाजपा सरकार में अवनीश अवस्थी के बड़े काम आए। इसी के साथ संघ में गहरी पैठ भी कारगर साबित हुई।
अवनीश अवस्थी अपनी कार्यप्रणाली से भी संघ कि गुड लिस्ट में काफी ऊपर पहुच चुके हैं। वर्ष 2017 में अवनीश अवस्थी केंद्र में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में सचिव पद पर कार्यरत रहे। वहां से तत्काल प्रभाव से उन्हें यूपी लाया गया था। कुछ दिन पहले ही उनका साठवां सालगिरह था। बधाई देने वालों की लाइन सुबह से लग गई। अपने जन्मदिन पर अवनीश भी सभी से पूरे कॉन्फिडेंस और गर्मजोशी के साथ मिले। उनको उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देने वालों में नौकरशाहों से लेकर राजनेताओं का जमाबड़ा लगा रहा।
जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने वालों की लाइन अवनीश अवस्थी के भविष्य को बयां करती नजर आई। अब खबर आई है कि उन्हें मुख्यमंत्री का सलाहकार नियुक्त कर दिया गया है। रिटायर होने के बाद भी उनके वेतन और भत्ते पहले की ही तरह रहेंगे। beforeprint.in ने 20 अगस्त को (अवनीश अवस्थी के जन्मदिन पर) ही इस मामले में विश्वसनीय सूत्रों के आधार पर खबर प्रकाशित की थी।
इसके पहले पिछले महीने 31 अगस्त को ही उनका रिटायरमेंट हुआ था। पर योगी आदित्यनाथ से नजदीकियों का उनको फायदा मिलना तय माना जा रहा था।पहले कयास लग रहे थे कि अवनीश को रिटायर होने बाद कुछ विभागों का सर्वेसर्वा बनाए रखा जा सकता है। अवनीश अवस्थी अपर मुख्य सचिव गृह के साथ अपर मुख्य सचिव ऊर्जा के पद पर थे। इसके साथ ही यूपीडा और उपसा की भी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। मुख्यमंत्री योगी की चाहे टीम 11 रही हो या फिर टीम 9, अवनीश अवस्थी का स्थान हमेशा बरकरार रहा है। कमोवेश यही स्थित उनकी आगे भी बनी रहने के कयास हैं।