UP : जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में प्रदर्शन, प्रदर्शन करने वालों ने नाबालिग बच्चों को रखा आगे

उत्तर प्रदेश

स्टेट डेस्क। कानपुर की हिंसा के बाद आज जुमे की पहली नमाज हुई। पूरे प्रदेश में पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं। नमाज के बाद कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, बरेली समेत प्रदेश के कई जिलों में मुस्लिम समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रयागराज में पुलिस प्रशासन को चुनौती देते हुए प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया है। साजिश के तहत प्रदर्शन करने वालों ने नाबालिग बच्चों को आगे रखा गया है, ताकि पुलिस कार्रवाई न कर सके। घरों की छत से हो रही पत्थरबाजी साफ इशारा कर रही है कि साजिश की तैयारी पहले से ही कर ली गई थी।

कानपुर के संवेदनशील इलाकों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। कानपुर शहर में धारा 144 लागू है। कानपुर में पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवानों की तैनाती की गई है। सीएम योगी ने भी इसके लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं और अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है। इस माहौल में कानपुर क्षेत्र का मुआयना करने आए मुस्लिम लीग के सांसद बशीर को प्रशासन ने वापस लौटा दिया है। दिल्ली से कानपुर ट्रेन से पहुंचे बशीर सर्किट हाउस में रुके हुए थे। पुलिस ने उन्हें वहां से बाहर भेज दिया है।

सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि जुमे की नमाज को देखते हुए मस्जिदों के आसपास सुरक्षा सख्त की जाए। किसी को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करें। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। जुमे की नमाज को लेकर साइबर सेल भी सक्रिय है। सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए कानपुर पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी, भ्रामक खबरें चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं लखनऊ में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक, पुराने लखनऊ में चौकसी बढ़ा दी गई है। पुराने शहर को 37 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर का प्रभारी भी पुलिस अधिकारी को नियुक्त किया गया है। इस इलाके में 61 संवेदनशील स्थान भी चिह्नित किए गए हैं। यहां पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस के अफसरों ने दोनों धर्म के जिम्मेदारों से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील की है।

वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में चल रहे मामलों के बीच मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों ने आम जनता के साथ ही युवाओं से भी संयम और सतर्कता बरतने की अपील की है। जमीयत के नाम पर फैलाई जा रही अफवाहों का भी खंडन करते हुए इसे सिरे से खारिज किया है। वहीं अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने जुमे की नमाज के लिए सीमित संख्या में ही लोगों से आने की अपील की है। ज्ञानवापी मस्जिद का वजूखाना सील किए जाने के बाद आज चौथा जुमा यानी शुक्रवार है।

बरेली में पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने 10 जून को धरने का एलान किया था। लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया। फिर भी कानपुर की घटना से सबक लेते हुए जुमे की नमाज को लेकर शहर में पुलिस अलर्ट है। पूरे शहर में जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात है। मुस्लिम बाहुल्य इलाका पुराना शहर में विशेष निगरानी की जा रही है। डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसएसटी रोहित सिंह सजवाण भी भ्रमण कर रहे हैं।

जुमे की नामाज के दौरान सुबह से आलाधिकारियों समेत पुलिस फोर्स, आरएएफ व पीएसी बटालियन को तैनात कर दिया गया। इस दौरान मस्जिदों मे होने वाली तकरीरों पर भी पुलिस व इंटेलिजेंस की नजर रही है। हालांकि जुमे के दौरान अधिकतर मस्जिदों में तकरीर ही नहीं हुई है। वहीं किला की जामा मस्जिद, पुराने शहर की मिर्जाई मस्जिद, सैलानी की हबिबिया मस्जिद, इस्लामियां मार्केट स्थित नौ महला मस्जिद में भी इमामों ने विवादित तकरीरों से परहेज किया। हालांकि भारी फोर्स होने के कारण माहौल तनावपूर्ण बना रहा है।