चित्रकूट/बीपी प्रतिनिधि। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। इसी कड़ी में ‘गुलाबी गैंग’ की कमांडर संपत पाल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई हैं। उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंच में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने सदस्यता दिलाई।
संपत पाल की पहचान महिला अधिकारों के लिए देश और दुनिया में है। वे कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद से नाराज चल रही थीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलालों के चंगुल में है, जिससे पार्टी का बेड़ा गर्क हो रहा है। पाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में हमारे पास लगभग 10-12 लाख महिलाएं हैं, लेकिन पूरे भारत में गुलाबी गैंग चारों तरफ बिखरा हुआ है।
संपत पाल ने कहा कि कांग्रेस ने जिस सम्मान से अपनाया था वह अब सम्मान नहीं मिल रहा है। टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने सिर्फ अपने पद से इस्तीफा दिया था लेकिन उसके बाद से किसी ने फोन तक नहीं किया। मैं स्वाभिमान बचाने के लिए भाजपा में शामिल हुई हैं, टिकट के लिए नहीं आई हूं। एक कार्यकर्ता की तरह काम करूंगी। वे आज अपने संगठन के तमाम साथियों के साथ भाजपा में शामिल हुई हैं।
विदित हो कि 1947 में जन्मी संपत देवी पाल ने उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बदौसा गांव में रहकर ग्रामीण महिलाओं को संगठित कर एक दल बनाया था, जिसका नाम गुलाबी गैंग रखा था। इस संगठन में कार्य करने वाली महिलाएं यूनिफॉर्म की भांति गुलाबी रंग की साड़ी पहनती हैं।
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इसी गुलाबी रंग के कारण ही इस गैंग को गुलाबी गैंग की पहचान मिली। उन्होंने महिलाओं को उनका अधिकार दिलाने के लिए कई बार संघर्ष किया। वहीं 2011 में अंतरराष्ट्रीय द गार्जियन पत्रिका ने संपत पाल को दुनिया की 100 प्रभावशाली प्रेरक महिलाओं की सूची में शामिल किया था।