फतेहपुर:बीपी प्रतिनिधि। नौकरी के नाम पर ठगी और ब्रेनवाश कर धर्म परिवर्तन कराने के मामले के खुलासे के बाद अब प्रशासन की तंद्रा खुली है। एसडीएम एनपी मौर्या और सीओ सिटी डीसी मिश्रा ने फोर्स के साथ उन ठिकानों पर दबिश दी, जहां 60 लड़कों को रखा गया था। इन युवकों का हाल देख टीम भी सकते में आ गई। तुराबअली का पुरवा स्थित एक आरोपी के दो मकानों पर दबिश के दौरान 40 लड़कों में केवल एक और दूसरे कमरे में 20 में दो युवक अन्य धर्म के मिले। हिंदू लड़के धर्म विशेष से प्रभावित भी दिखे।
उनके रहन-सहन में भी बदलाव आ गया है। एसडीएम एनपी मौर्या ने भी माना कि धर्म विशेष का प्रभाव लड़कों में साफ झलक रहा है। वाराणसी के सुधांशु चौहान ने सोमवार को सदर कोतवाली में एक कंपनी हेड इकलाख, यासीन, आलिम, अरमान अली और मोहसिन के खिलाफ धर्मपरिवर्तन, धोखाधड़ी, अपहरण, बंधक बनाने का मुकदमा दर्ज कराया था।
इसके बाद प्रशासनिक टीम ने मंगलवार को तुराबअली का पुरवा निवासी आरोपी आलिम के दो मकानों पर दबिश दी। यहां रह रहे लड़कों के चेहरों पर कंपनी के संचालकों का खौफ साफ दिखाई दे रहा था। पुलिस ने उन सभी के आधार कार्ड लिए हैं। इनके जरिए उनके परिजनों से संपर्क साधने की कोशिश की जाएगी। एलआईयू टीम भी प्रकरण की जांच में जुटी है।