स्टेट डेस्क/लखनऊ। यूपी चुनाव में प्रचंड जीत हासिल होने के बाद योगी आदित्यनाथ नई सरकार के गठन की तैयारी में जुट गए हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने गत रविवार और सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर गहन विचार-विमर्श किया।
योगी सरकार की नयी कैबिनेट के स्वरूप को लेकर राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।चर्चा हो रही है कि नई सरकार में पुरानों से ज्यादा नए चेहरों को तवज्जो दी जाएगी। साथ ही यह भी कयास लगाया जा रहा है कि एक बार फिर उत्तर प्रदेश सरकार को दो डिप्टी सीएम मिलने जा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है की इस बार तीन डिप्टी सीएम भी हो सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस बार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और बेबी रानी मौर्य को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। वहीं जातीय संतुलन के लिए ब्राह्मण चेहरे को भी मौका दिया जा सकता है। वहीं यह भी चर्चा की जा रही है कि चुनाव हारने के बावजूद केशव प्रसाद मौर्य को मंत्रिमंडल में लिया जा सकता है।
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इसके अलावा योगी कैबिनेट में करीब 15 पुराने मंत्रियों सुरेश खन्ना, श्रीकांत शर्मा, बृजेश पाठक, सतीश महाना, सिद्धार्थ नाथ सिंह, सूर्य प्रताप शाही, आशुतोष टंडन, नंदकुमार नंदी, कपिल देव अग्रवाल, जतिन प्रसाद, रविंद्र जायसवाल, लक्ष्मीनारायण चौधरी, भूपेंद्र चौधरी, जय प्रताप सिंह और अनिल राजभर को जगह मिल सकती है।