बीपी डेस्क। बसपा प्रमुख मायावती ने अब अगले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारी में लग गई है. वहीं बसपा प्रमुख को एक बार फिर से अपने मिशनरी कार्यकर्ताओं की याद आई है. इसको लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने पदाधिकारियों का निर्देश भी दिए हैं. मायावती ने कहा है कि मिशनरी सोच वालों पर भरोसा करें. मायावती ने मिशनरी कार्यकर्ताओं को लेकर जारी ताजा निर्दशों में कहा है, “मिशनरी सोच वालों पर भरोसा करें. जिससे घोर स्वार्थी, विश्वासघाती और बिकाऊ सोच रखने वालों से मुक्ति मिल सके. बसपा की शुरुआत एक मिशन के तौर पर ही हुई थी.”
वहीं बसपा प्रमुख ने कहा, “कांशीराम ने दलित, अतिपिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय को साथ लेते हुए मिशन शुरू किया था. लेकिन बाद में नजरिया बदलने पर जिताऊ प्रत्याशियों पर भरोसा बढ़ने लगा.” दरअसल, 2007 में बीएसपी की बहुतम से सरकार बनी थे. लेकिन इसके बाद से धीरे-धीरे बाबू सिंह कुशवाहा, दद्दू प्रसाद, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, लालजी वर्मा, राम अचल राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्या और आरके चौधरी समेत कई दिग्गज बसपा छोड़कर चले गए.
जिसके बाद 2007 से बसपा का जनाधार भी लगातार घटता गया है. पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा को सिर्फ 13 फीसदी वोट मिले और एक सीट मिली थी. यही वजह है कि अब मायावती का जोर पुरानी कार्यशैली पर मिशनरी लोगों को जोड़ने और संगठन मजबूत करने पर है. बता दें कि गुजरात में शनिवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक हुई थी. जिसकी प्रेस विज्ञप्ति बसपा ने जारी कर जानकारी दी थी.