स्टेट डेस्क/ लखनऊ। 24 जुलाई 2022 को मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल पूरा हो रहा है। बुधवार को आयोग ने चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी और नामांकन का दौर भी शुरू हो गया है।
सांसद और विधायकों के वोट की अलग-अलग वेटेज होता है. सांसदों के वोट का मूल्य तो एक जैसा ही रहता है। वही विधायकों का वोट वैल्यू उस राज्य की जनसंख्या के आधार पर तय होती है। वही देश को सबसे ज्यादा सांसद देने वाला राज्य यूपी है। यूपी से 80 सांसद हैं और एक सांसद के वोट का वेटेज इस बार 700 है।
विधायकों के वोटों की कीमत तय करने का एक निश्चित फाॅर्मूला होता है, राज्य की कुल जनसंख्या में विधानसभा सीटों का भाग दिया जाता है। फिर जो संख्या आती है उसमें 1000 का भाग दिया जाता है। यह परिणाम उस राज्य के एक सदस्य के वोट की कीमत होता है।
यह भी पढ़े..