यूपी एमएलसी चुनाव : कानपुर में 97.38 प्रतिशत मतदाताओं ने किया अपने मताधिकार का प्रयोग

Politics उत्तर प्रदेश कानपुर

कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। विधानसभा चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में विधान परिषद यानी कि एमएलसी का चुनाव हो रहा है। आज शनिवार को एमएलसी चुनाव के लिए मतदान किया जा रहा है। सुबह आठ बजे शुरू हुआ मतदान शाम चार बजे तक चला।

विदित हो कि विधान परिषद के लिए चुनाव प्रचार गत सात अप्रैल को खत्म हो चुका है। चुनाव के नतीजे 12 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे। कानपुर-फतेहपुर में कुल दो प्रत्याशी मैदान में हैं। कानपुर में 12 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जा रहे हैं। शाम चार बजे तक 97.38 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें 97.27 प्रतिशत पुरुष मतदाता एवं 97.54 प्रतिशत महिला मतदाता शामिल हैं।

कानपुर-फतेहपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी ने अविनाश सिंह चौहान और समाजवादी पार्टी ने दिलीप सिंह कल्लू को प्रत्याशी बनाया है। कानपुर नगर निगम मुख्यालय मोतीझील में कानपुर नगर के पार्षद, विधायक एवं सांसद ने मतदान किया। नगर निगम मुख्यालय में पहला मतदान महापौर प्रमिला पांडे ने किया। उन्होंने अपने मत का प्रयोग करने के बाद मतपेटी को हाथ जोड़कर प्रणाम किया।

उनके अलावा विधायक महेश त्रिवेदी, एमएलसी अरुण पाठक, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना एवं पूर्व मंत्री नीलिमा कटियार समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने मतदान किया। वोट डालने के बाद नीलिमा कटियार ने कहा कि विपक्ष द्वारा लगाया जा रहा खरीद फरोख्त का आरोप बेबुनियाद है। नगर निगम मुख्यालय में बनाये गए मतदान केंद्र में वोट डालने को लेकर पार्षद और सुरक्षा कर्मियों के बीच बहस हो गयी। मतदाताओं से पहले सुरक्षा कर्मियों ने वोट डालने के लिए दो आईडी मांगे।

इस पर नगर पार्षद सत्येंद्र मिश्र सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए। महापौर ने बीच-बचाव किया। अधिकारियों के निर्देश के बाद एक आईडी से ही मतदान शुरू कराया गया। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की नौ सीटों पर पहले ही जीत तय मानी जा रही है। वहीं अन्य सीटों पर भाजपा की सपा से कड़ी टक्कर होने के आसार हैं। इसे सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए किसी अग्निपरीक्षा की तरह माना जा रहा है। वहीं अखिलेश यादव के लिए भी यह चुनाव साख का सवाल है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमएलसी चुनाव के लिए अपना वोट दिया है। वहीं, पोस्‍टल बैलट मतदान की छूट न होने के कारण वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना वोट नहीं दे पाए। इसी तरह चंदौली से सांसद और केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय भी मतदान नहीं कर पाए। अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने गौरीगंज ब्‍लॉक में पहुंचकर अपना वोट डाला।

इससे पहले भाजपा एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ल ने भेटुआ ब्लाक पहुंच कर अपना मतदान किया। वहीं केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजना ज्योति ने फतेहपुर में अपना वोट डाला। इस मौके पर उन्‍होंने कहा कि सपा की सरकार बनने को लेकर जो सड़क पर निकल रहे थे, अब हाथों में दफ्तियां लेकर थाने में खड़े हैं।

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राजस्थान की घटना की निंदा करते हुए कहा कि अगर यही घटना बीजेपी शासित राज्य में होती तो मानवाधिकारों का हनन हो जाता और पूरा विपक्ष सड़क पर उतर जाता। उन्‍होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि गोरक्षधाम में आंतकियों की घटना पर सपा हमदर्दी दिखाती है।