Mau, BeforePrint : पूर्व बाहुबली विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी को मऊ पुलिस की भारी सुरक्षा में आज मऊ जिले की MP MLA Court में पेश किया गया. यह पेशी प्रशासनिक रूप से काफी गोपनीय रखी गई थी. 15 तारीख की सुबह अचानक कोर्ट में सुरक्षा बढ़ा दी गई और लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई. केवल उन्हीं लोगों को कोर्ट के अंदर जाने की अनुमति थी जिन्हें अपनी मुकदमा संख्या तथा तारीख पता थी. पुलिस हर किसी को बाकायदा चेक करने के बाद ही कोर्ट के अंदर जाने दे रही थी.
अचानक हुए इस परिवर्तन से वादी व अधिवक्ता तक आश्चर्यचकित हो गए. उन्हें लगा कि कोई बड़ी बात हो गई है, जिसकी वजह से सुरक्षा बढ़ाई गई है. पुलिस ने तमाम सुरक्षा इंतजामों को जांचने के बाद ही मुख्तार अंसारी की कोर्ट में पेशी कराई.
एमपी एमएलए कोर्ट के प्रभारी शासकीय अधिवक्ता मणि बहादुर सिंह ने बताया कि मऊ के एमपी एमएलए कोर्ट में थाना दक्षिण टोला के अंतर्गत गैंगस्टर के मामले में मुख्तार अंसारी को व्यक्तिगत रूप से तलब किया गया था. इस मामले में उनके साथ अन्य तीन सहअभियुक्तों अनवर शहजाद, मोहम्मद सलीम और शाह आलम को भी कोर्ट में पेश किया गया था. बहादुर सिंह ने बताया कि कोर्ट ने गैंगस्टर मामले में उनपर आरोप तय कर दिया है और इस मामले की अगली सुनवाई 30 सितंबर को होगी.
वहीं, क्षेत्राधिकारी नगर धनंजय मिश्रा ने बताया कि मुख्तार अंसारी को थाना दक्षिण टोला के अपने परिचितों को फर्जी पते पर शस्त्र संतुति के मामले में मऊ की एमपी एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर मामले में पेश किया गया था, जहां पर उनका चार्ज बनना था. उसके पश्चात उन्हें वापस बांदा जेल भेज दिया गया है.
पुलिस ने मुख्तार के मुंह पर लगाया ताला
कोर्ट में पेशी पर आए मुख्तार अंसारी ने पेशी के बाद जब कुछ बोलने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें बोलने से रोक दिया. मुख्तार बस यही बोल पाए कि बोलने पर पाबंदी है!!!