BP, DESK : ज्ञानवापी मामले के फैसले से पहले वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी सीएम आवास पर गुरुवार को एक कॉलर द्वारा दी गई. सीएम आवास पर आधी रात को आई धमकी भरी कॉल को ड्यूटी स्टाफ ने रिसीव किया था. फोन उठाते हुए ड्यूटी स्टाफ ने कॉल करने वाले से पूछा कि कहां से बोल रहे हो तो उसने फोन काट दिया. इसके बाद इस मामले की जानकारी ड्यूटी स्टाफ ने सीनियर अधिकारियों को दी. जानकारी मिलते ही साइबर टीम को इस मामले की जांच में लगाया गया.
वहीं लखनऊ पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए वाराणसी पुलिस से संपर्क किया और कोर्ट की सुरक्षा बढ़ाई गई. पुलिस कॉल करने वाले का मोबाइल नंबर ट्रेस करते हुए वाराणसी के एक सब्जी विक्रेता के पास पहुंची. हिरासत में लिए गए सब्जी विक्रेता ने पुलिस के कहा उसका मोबाइल चोरी हो चुका है. दरअसल जिस नंबर से धमकी भरी कॉल आई थी वो सब्जी विक्रेता की बेटी के नाम पर रजिस्टर है.
बता दें कि वाराणसी के जिस कोर्ट को बम से उड़ाने की मिली है उस कोर्ट में ज्ञानव्यापी मामले का केस चल रहा है. कोर्ट ने ज्ञानव्यापी मामले पर फैसला सुरक्षित रखा हुआ है और 7 अक्टूबर को यह फैसला सुनाया जाना है. वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का एएसआई (ASI) से सर्वेक्षण कराने संबंधी वाराणसी कोर्ट के आदेश पर लगी रोक 31 अक्टूबर तक बढ़ा दी है.
इस फैसले को लेकर हाईकोर्ट ने कहा कि हाईकोर्ट ने कहा, चूंकि यह मामला राष्ट्रीय महत्व का है और वाद 1991 से निचली अदालत में लंबित है, इसलिए यह अदालत उम्मीद और विश्वास करती है कि एएसआई के महानिदेशक सुनवाई की अगली तारीख पर या इससे पूर्व 12 सितंबर 2022 के आदेश का अनुपालन करेंगे.