उत्तर प्रदेश : योगी सरकार का बड़ा फैसला, पांच वर्षों में बनेंगे 10 हजार स्वास्थ्य उपकेंद्र

News उत्तर प्रदेश लखनऊ

स्टेट डेस्क/लखनऊ। अगले पांच साल में प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं के ढांचे में आधारभूत बदलाव किया जाएगा। इस दौरान 10 हजार नए स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाए जाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, आयुष विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभागों के प्रस्तुतीकरण के दौरान यह बात कही।

उन्होंने निर्देश दिया कि हर डॉक्टर के सापेक्ष कम से कम एक नर्स की तैनाती होनी चाहिए। सभी विधानसभा क्षेत्रों में 100 बेड के चिकित्सालय खोले जाएं। विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर चरणबद्ध रूप से इसे पूरा कराएं। जिस तरह पिछले पांच वर्षों में 5000 स्वास्थ्य उपकेंद्रों की स्थापना की गई, उसी तरह अगले पांच वर्ष में 10,000 नए उपकेंद्र बनाने हैं। बेहतर चिकित्सा सेवाओं के लिए डाक्टरों और नर्सों की पर्याप्त तैनाती होनी चाहिए। डाक्टर-नर्स का अनुपात 1:1 हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 100 दिनों के भीतर राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी। योगी ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार पद सृजित कर योग्य प्रोफेशनल का चयन किया जाए। पैरामेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ है।

अगले छह माह में 10,000 पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति करें। नियुक्ति प्रक्रिया उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से कराई जाएगी। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के 20,000 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया भी अगले छह माह में पूरी कराने के लिए कहा है।

यह भी पढ़ें…