हर साल 16 अप्रैल को मनाया जाता है विश्व आवाज दिवस, आइये जानते हैं कि इसको मनाये जाने के पीछे क्या है उद्देश्य

News उत्तर प्रदेश कानपुर

सेंट्रल डेस्क/दिवाकर श्रीवास्तव। लोगों के जीवन में आवाज के विशाल महत्व को प्रदर्शित करने हेतु हर साल 16 अप्रैल को विश्व स्तर पर विश्व आवाज दिवस मनाया जाता है। यह एक वैश्विक कार्यक्रम है जो मानव आवाज की असीम सीमाओं को पहचानने के लिए समर्पित है।

आज आवाज संबंधी बीमारियों की समस्या बढ़ रही है, लोग स्मोकिंग कर और चिल्लाकर बोलने की वजह से अपनी आवाज को क्षति पहुंचा रहे हैं, तब इसके बारे में जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। वर्ल्ड वॉयस डे के माध्यम से लोग अपनी आवाज की बीमारी के बारे में जागरूक होते हैं। खासकर उन बीमारियों के बारे में जिसमें आवाज पूर्णतया गायब हो जाती है। जैसे कैंसर बोलने के वह कल कार्ड की पैरालिसिस एवं विभिन्न प्रकार के वोकल कॉर्ड टयूमर्स।

आपने भी महसूस किया होगा कि किसी पार्टी, ट्रिप, समारोह वगैरह में अगर आपने चिल्ला-चिल्ला कर बात की हो तो आपकी आवाज बैठ जाती है। इन सब चीजों के प्रति जागरूक होने में ही वर्ल्ड वॉइस डे की आवश्यकता है। दरअसल, यह दिवस विशेष रूप से दुनिया भर में ओटोलरींगोलॉजिस्ट-हेड एंड नेक सर्जन और अन्य आवाज स्वास्थ्य पेशेवरों की ओर से मनाया जाता है।

इस दिवस की शुरुआत 1999 में ब्राजील में हुई थी। ब्राजील में आवाज स्वास्थ्य पेशेवरों के ग्रुप ने ही लोगों को जागरूक करने के लिए इस खास दिन की शुरुआत की थी। आईएमए के प्रेजिडेंट डॉ. बृजेंद्र शुक्ला ने बताया कि वह कल कार्ड द्वारा हम अपनी आवाज को उत्पन्न करते हैं। आवाज का भारीपन बोलने में दर्द या आवाज का खोना उत्पन्न करेगी जैसे कि वोकल कार्ड की कीमत पालिंपसेस्ट या पैरालिसिस अथवा रींगस यानी कि वॉइस बॉक्स के कैंसर जो कि जानलेवा भी होते हैं।

उन्होंने बताया आवाज के खराब होने से बचने के लिए कम बोलना धीरे बोलना चिल्लाना लगातार बोलना मना है। अल्कोहल ट्रक स्मोकिंग और बहुत ज्यादा मिक्स मसाला खाने का सेवन नुकसान दे होता है। रात को ज्यादा खाना खाकर सोना आवाज के लिए हानिकारक है। लाफ्टर कल में जाकर जोर-जोर से हंसना आवाज के लिए हानिकारक।

डॉ. लाल चंदानी ने बताया कि आजकल नवीन पद्धतियों द्वारा गले के ट्यूमर पैरालिसिस कैंसर इत्यादि का इलाज दूरबीन एवं लेजर ऑपरेशन द्वारा संभव है परंतु इसका निर्णय लेने से एक जांच है जिसे वीडियो लेरिन को उसको पी कहते हैं जो कि आवश्यक होती है। इसे जरूर कराना चाहिए।

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इसके अलावा कभी-कभी सीटी स्कैन की भी आवश्यकता पड़ती है। सीनियर ईएनटी सर्जन डॉ. लाल चंदानी ने बताया कि दिनांक 17/4/ 2022 को प्रातः 10:00 से 12:00 तक आवाज की खराबी के मरीजों को का मुक्त परीक्षण कैंप लगाया जाएगा।