पूर्णिया: बाढ़ आपदा की स्तिथि को देखते हए जिले में पहली बार एक साथ हुआ 18 कोषांग का गठन, सभी पदाधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी

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पढ़ें किन पदाधिकारियों को कौन सी जिम्मेदारियां दी गई.

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पूर्णिया:-24 जून(राजेश कुमार झा) जिले में बाढ़ आपदा की स्तिथि के मद्देनजर जिला प्रशासन अपनी पूरी तैयारी में जुट गई है.किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिये जिला प्रशासन अलर्ट मूड में है.प्रतिदिन महानंदा, कनकई,परमान और कोसी नदी के जलस्तर का जायजा लिया जा रहा है.इन नदियों के आसपास रहने वाले परिवारों के लिये जिला प्रशासन सुरक्षित स्थान की व्यवस्था के साथ-साथ इनके रहने से लेकर खाने-पीने एवं इनके घर मे जो पशु है,उनकी भी व्यवस्था की जा रही है.बताते चलें की जिलापदाधिकारी सुहर्ष भगत ने जिले में बाढ़-आपदा की स्तिथि से निपटने के लिये एक मास्टरप्लान तैयार किये है.पहली बार जिले में इतने बड़े स्तर पर कोषांग का गठन किया गया है.जिले में पहली बार आपदा से निपटने को लेकर 18 कोषांग का गठन किया गया है.

कोषांग में किन पदाधिकारियों को कौन सी जिम्मेवारी दी गई है
राहत कोषांग…राहत के किसी भी तरह की मदद के लिये उप विकास आयुक्त,जिला आपूर्ति पदाधिकारी के साथ सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं आपूर्ति निरीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है.
कृषि कोषांग…कृषि सम्बन्धित किसी भी राहत के लिये अपर समाहर्ता पूर्णिया, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी,सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है.
विधि व्यवस्था कोषांग…बाढ़ के समय विधि व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की मदद के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, गोपनीय शाखा,सम्बंधित एसडीओ, सम्बन्धित एसडीपीओ एवं जिला समादेष्टा,गृह रक्षा वाहिनी को जिम्मेदारी दी गई है.

तटबंध सुरक्षा कोषांग..बाढ़ आपदा में तटबंध सम्बन्धित किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपर समाहर्ता पूर्णिया,निदेशक डीआरडीए, सम्बन्धित एसडीओ,कार्यपालक अभियंता,बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण,पूर्णिया प्रमंडल,जिला सांख्यिकी पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता,ग्रामीण कार्य विभाग,पूर्णिया,बायसी एवं धमदाहा को जिम्मेदारी दी गई है.
पेय जल एवं शौचालय प्रबंधन कोषांग…बाढ़ क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ित परिवारों से लेकर पशुओं को स्वच्छ पेय जल उपलब्धता को लेकर राजीव रंजन प्रसाद,जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता,लोक स्वा0 अभी0 प्र0,पूर्णिया/धमदाहा एवं जिला पशुपालन पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है.
स्वास्थ्य सुविधा कोषांग…बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई सम्बन्धित व्यवस्था को लेकर उप विकास आयुक्त,असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी,जिला प्रोग्राम पदाधिकारी(ICDS),सम्बन्धित पीएचसी,प्रभारी डी0 पी0 एम0 स्वास्थ्य पूर्णिया को जिम्मेदारी दी गई है.

पशु दवा,पशु चारा एवं मत्स्य कोषांग…बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं की सुरक्षा व्यवस्था से सम्बंधित किसी भी मामले को लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी,राज कुमार,वरीय उपसमाहर्ता,जिला पंचायती राज,जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं जिला मत्स्यपालन पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है.
ग्रामीण सड़क एवं पथ निर्माण कोषांग..बाढ़ के समय यातायात से संबंधित किसी भी तरह के मामले को देखने के लिए उप विकास आयुक्त की देखरेख में जिला योजना पदाधिकारी, सम्बंधित कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग,पथ निर्माण विभाग एवं कार्यपालक अभियंता एन0एच0ए0आई0 को जिम्मेदारी दी गई है.
सूचना एवं प्रतिवेदन कोषांग…बाढ़ आपदा के समय सूचना का आदान-प्रदान का बड़ा ही महत्व रहता है.

आवश्यकतानुसार प्रेस कॉन्फ्रेंस करना भी जरूरी है.इसकी देखरेख के लिए प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा,डेजी रानी,वरीय उपसमाहर्ता,सलाहकार,जिला आपदा प्रबंधन शाखा,जिला आपातकालीन संचालन केंद्र में कार्यरत सभी प्रोग्रामर,डाटा इंट्री ऑपरेटर एवं आई0 टी0 बॉय,जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी एवं आई0 टी0 मैनेजर को जिम्मेदारी दी गई है.इसके अलावे गुणवत्ता जांच कोषांग,सामुदायिक रसोई,नाव परिचालन एवं वाहन कोषांग,संचार एवं विद्युत आपूर्ति कोषांग,सैन्य बल समन्वय कोषांग,विद्यालय एवं आंगनबाड़ी कोषांग,खोज एवं बचाव कोषांग,बाढ़ सहाय्य अनुग्रह अनुदान/GR राशि वितरण कोषांग,एन0जी0ओ0 कोषांग का गठन किया गया है.जो बाढ़ आपदा के समय पूरी तरह एक्टिव रहेंगे.