Patna, Beforeprint : बिहार की सियासत में आज कल बहुत तेजी से गरमाई है। जयप्रकाश नारायण के गांव सिताब दियारा में 7 अक्टूबर को करोड़ों की योजनाओं का सीएम नीतीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। 8 अक्टूबर को पुण्यतिथि के मौके पर श्रद्धांजिल देने के लिए जेपी के गांव पहुंचे। 11 अक्टूबर को जयंती के मौके पर लोकनायक की कर्मभूमि नागालैंड जा रहे। उधर, बीजेपी के सीनियर नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जेपी के गांव सिताब दियारा में जयंती मनाने आ रहे हैं। लोकनायक का नाम सुनते ही नेताओं का चेहरा चमक उठता है। इसी क्रम में आरसीपी सिंह (रामचंद्र प्रसाद सिंह, RCP) मुख्यमंत्री नीतीश के खिलाफ बयान दिया है।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि ‘जेपी को जेल किसने भेजा? देश में इमरजेंसी किसने लगाई? छात्र आंदोलन किसके खिलाफ था? आज उसी के गोदी में (नीतीश कुमार) जाकर बैठ गए हैं। जेपी के तथाकथित अनुयायी (नीतीश कुमार) के नागालैंड जाने से काम नहीं चलेगा। जयप्रकाश जी ने नागालैंड में समय बिताया था। जनता की सेवा की थी। कभी सत्ता में नहीं रहे। उन्हें न मुख्यमंत्री बनने का शौक था, न ही प्रधानमंत्री बनने का। वो जनता के सच्चे सेवक थे। मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) को नागालैंड जाकर काम करने का शौक है तो मुख्यमंत्री का पद छोड़ कर जाएं। जेपी ने 3 साल वहां की जनता की सेवा की थी, आप मुख्यमंत्री पद छोड़कर 13 साल तक कीजिए।’
ऐसी बात नहीं कि इस तरह के बयान सिर्फ आरसीपी सिंह ही दे रहे। बीजेपी के नेता भी नीतीश कुमार को लेकर हमलावर हैं। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि ’17 वर्ष के शासन में पहली बार किसी की पुण्यतिथि मनाई जा रही है। बिहार सरकार को शुक्रवार को अचानक याद आया की जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि मनाई जाए। अमित शाह से इतने डरे हुए हैं कि उनके आने से पहले ही वे सिताब दियारा पहुंच गए। अचानक उन्हें सिताब दियारा के विकास की चिंता होने लगी। पूर्व सड़क परिवहन मंत्री नितिन नवीन ने 6 महीने पहले जिस सड़क का निर्माण कराया था, उसका आनन फानन में उद्घाटन किया गया। कांग्रेस और परिवारवाद के गोद में बैठकर नीतीश कुमार अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूरा कर रहे हैं। जयप्रकाश नारायण कांग्रेस और परिवारवाद के खिलाफ में लड़ते रहे थे। नीतीश कुमार उनके नीतियों के खिलाफ में कार्य कर रहे हैं।’
वहीं, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी तानाशाह, भ्रष्टाचार, परिवारवाद के विरोध में संपूर्ण क्रांति का नारा दिए थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचारियों के गोद में बैठकर और कांग्रेसियों के साथ सरकार चला रहे हैं। इनका कोई नैतिक अधिकार नहीं बनता कि ये खुद को जेपी का शिष्य कहें। जेपी के सिद्धांतों की बखान और चर्चा करें।
जब देश के गृह मंत्री बिहार आते हैं, जेपी की जयंती को लेकर तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में राजकीय कार्यक्रम की घोषणा करते हैं। बीजेपी महात्मा गांधी और जयप्रकाश नारायण के सिद्धांतों को जमीन पर उतार रही है। अमित शाह के बिहार आगमन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा है उनको आना है तो आए, घूमकर देखें। किसी को कोई दिक्कत नहीं है। इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा वो तो अब कांग्रेस के साथ हैं। अब बीजेपी इनके (जेपी) क्रांति और सिद्धांतों को हर घर तक पहुंचाएगी।
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