बीएयू: महिला दिवस पर कार्यशाला का आयोजन…. नारी सशक्तिकरण पर हुई विशेष चर्चा…

बक्सर

डेस्क/ विक्रांत। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के माननीय कुलपति महोदय, डॉ डी आर सिंह के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय अन्तर्गत सभी विभागों में उस विभाग की वरीय महिला वैज्ञानिक/ शिक्षिका को एक दिन के लिए विभाग के अध्यक्ष पद से सुशोभित किया गया एवं उनके कुशल नेतृत्व में 8 मार्च 2024 को ‘राष्ट्र विकास में महिलाओं की भूमिका’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करके अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया।

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कार्यशाला का सुभारम्भ सुबह 10:30 बजे बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के मिनी सभागार में डीन, निदेशक, कुलसचिव, संकाय सदस्यों, कर्मचारियों के साथ-साथ छात्रों की उपस्थिति में शुरू हुई। कार्यक्रम की शुरुआत सम्मानित डीन एग्रीकल्चर डॉ. ए.के. साह, निदेशक छात्र कल्याण डॉ. जे. एन. श्रीवास्तव, कुलसचिव डॉ. एम. हक, निदेशक प्रशासन डॉ. एम. के. वाधवानी एवं नियंत्रक बीरेन्द्र कुमार सिन्हा सहित गणमान्य व्यक्तियों के औपचारिक स्वागत के साथ हुई।

श्रीमती रश्मी कुमारी, टेक्नो ग्राउंड, बेगुसराय, बिहार की संस्थापक इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि थीं। दीप प्रज्वलन से इस आयोजन की शुरुआत हुई। कार्यक्रम की शुरुआत में आयोजक डॉ किरण कुमारी ने अपना स्वागत भाषण दिया। अपने संबोधन में निदेशक छात्र कल्याण डॉ. जे. एन. श्रीवास्तव ने जीवन के हर पहलू में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की उत्पत्ति के बारे में बताया।

श्रीमती रश्मि कुमारी ने गृहिणी से उद्यमी बनने तक की अपनी यात्रा साझा की, जो सभी प्रतिभागियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रही। रजिस्ट्रार डॉ. एम. हक ने विश्वविद्यालय में हाल ही में कई महिला वैज्ञानिकों की भर्ती पर प्रकाश डाला, जो महिला सशक्तिकरण का एक उज्ज्वल उदाहरण रहा. उन्होंने अपने काव्यात्मक चिंतन के माध्यम से जीवन के प्रत्येक पहलू में महिलाओं की भूमिका की सराहना की। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, सबौर की वार्डेन प्रियंका ने अपने भाषण में छात्रों के समग्र विकास की दिशा में एक बड़ी भूमिका निभाने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा स्कूल को गोद लेने पर प्रकाश डाला।

निदेशक प्रशासन डॉ. एम. के. वाधवानी ने विकासात्मक अर्थशास्त्र की भूमिका के बारे में चर्चा की और सभी संकाय सदस्यों से समाज के समग्र विकास के लिए महिला उत्थान में सक्रिय रूप से भाग लेने का अनुरोध किया। डीन एग्रीकल्चर डॉ. ए. के. साह ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए संकाय सदस्यों को बधाई दी और महिला सशक्तिकरण में पुरुषों की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के छात्रों को कृषि में उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करने के लिए संकाय सदस्यों की सक्रिय भागीदारी की भी सराहना की।

कई संकाय सदस्यों और छात्रों ने राष्ट्र के विकास में महिलाओं की भूमिका विषय पर अपने विचार साझा किए। आयोजन सदस्य डॉ. चंदा कुशवाहा ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बीएयू, सबौर के माननीय कुलपति और एसोसिएट डीन-सह-प्रिंसिपल, बीएसी, सबौर, संकाय सदस्यों और छात्रों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का समापन समूह-फोटोग्राफी, प्रतिभागियों के लिए ढेर सारी प्रेरणा, प्रेरणा और स्पष्ट घर ले जाने के संदेश के साथ हुआ।