बालू व पत्थर का बंद पड़े कारोबार को प्रारंभ करे सरकार, अन्यथा आंदोलन : वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता

बिहार बेतिया

बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला के नरकटियागंज अनुमण्डल क्षेत्र के गौनाहा प्रखण्ड के धमौरा में आदिवासी संघर्ष मोर्चा जन अभियान व भाकपा माले की संयुक्त बैठक संपन्न हुई। जिसमें सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता शामिल हुए। ‘बालू व पत्थर पर सरकार के प्रतिबन्ध से एक ओर गरीबों की इंदिरा आवास योजना, वहीं दूसरी ओर प्रभावित हो रही है। वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के निकटवर्ती प्रखंडों का विकास पूर्णतः ठप पड़ गया है।

उपर्युक्त विचार सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने गुरुवार को धमौरा बगीचे स्थित समुदायिक भवन में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 2017 में सरकार ने यह विधेयक लाया कि जंगल क्षेत्र के प्रखण्ड व गांव के लोग पहाड़ी नदियो से बालू व पत्थर निकाल कर अपने उपयोग व क्षेत्र का विकास कर सकते हैं। परंतु केंद्र, बिहार सरकार बालू व पत्थर पर पाबंदी लगा कर जनता के वन अधिकार का हनन कर रही है।

गुप्ता ने कहा कि आदिवासी संघर्ष मोर्चा व भाकपा माले सात अप्रैल 2022 से एक मई 2022 तक बगहा, रामनगर, गौनाहा, सिकटा व मैनाटांड़ की जनता को जागरुक कर रहे है कि वे अपने वन अधिकार की लड़ाई लड़े अगर सरकार पत्थर व बालू निकानले पर लगाए गए प्रतिबन्ध को खत्म नही करती है तो संयुक्त रुप से आदिवासी संघर्ष मोर्चा व भाकपा माले जिला से लेकर विधानसभा तक कि लड़ाई लड़ेगी। बालू व पत्थर नेपाल के पहाड़ी नदियों के रास्ते भारत मे प्रवेश करती है।

बालू पत्थर जैसे तमाम प्राकृतिक संसाधनों पर सरकार रोक लगाकर वन अधिकार कानून का हनन कर रही है। पंडई, हरबोड़ा, दोहरम, द्वारदह, कटहा, मनियारी नदियो की पेटी बालू व पत्थर से भर जाने से सोफा मन्दिर, मंगुराहां, बिरंची, माधोपुर, वन क्षेत्र मंगुरहा, रुपवलिया, हरकटवा, पोहरा, श्रीरामपुर, मुरली भरहवा, हरपुर-पिपरा, पटखौली, बन बैरिया, भिखनाठोरी गांवों का कटाव हो रहा है। उपर्युक्त को सम्बोधित करने वालों में लालजी यादव आदिवासी संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक नन्दकिशोर महतो, हरिदास, रत्नेश कुमार, बलिराम उरांव, शंकर उरांव, सुधीर महतो एवं एजाजुल हक मुख्य हैं।

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