बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा। अमीर खुसरो के हवाले उर्दू शायरी में हुब्बुल वतनी की रिवायत विषय पर एक दिवसीय सेमिनार नेशनल कॉउंसिल फ़ॉर प्रोमोशन उर्दू लैंग्वेज नई दिल्ली के सहयोग से सर सैयद एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट नरकटियागंज ने किया। जिसका उद्घाटन उद्घाटन धनंजय कुमार एसडीएम नरकटियागंज, सरफ़राज़ नवाज़ बगहा, डॉ नसीम अहमद नसीम, डॉ आफ़ताब आलम सचिव, अफरोज आलम जेद्दाह, अताउर्रहमान कासमी दिल्ली, नज़रुल हसन शम्सी अध्यक्ष, राधेश्याम तिवारी अध्यक्ष नगर परिषद नरकटियागंज ने दीप प्रज्वलित कर किया।
तत्पश्चात विद्यालय की बालिकाओं ने सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा पेश कर शमा बांध दिया। उद्घाटन भाषण धनञ्जय कुमार एसडीएम नरकटियागंज ने कहा कि अमीर खुसरो हिंदी के भक्ति युग की भांति सूफ़ियाना अंदाज़ में भारतीय बृज भाषा व खड़ी भाषा को साथ लेकर चले। वे हिंदी-उर्दू के पहले शायर हिंदुस्तानी शायर हुए जो मुल्क व मुल्क से बाहर सराहे गए।
सेमिनार को संबोधित करने वालों में डॉ नसीम अहमद नसीम, धनञ्जय कुमार एसडीएम नरकटियागंज, एएसडीएम सरफ़राज़ नवाज़ बगहा, अफरोज आलम जेद्दाह, डॉ आफ़ताब आलम, अताउर्रहमान कासमी दिल्ली, नज़रुल हसन शम्सी, राधेश्याम तिवारी, अबू बकर, नबी आलम, ज़ुबैर खाँ सईदी एशिया टाइम्स, नबी आलम नेशनल पब्लिक स्कूल, ज़फ़र कासमी, नबी आलम, अबू बकर मुख्य हैं। डॉ खाँ महम्मद रिज़वान ने मकाला पेश किया। सेमिनार का उद्घाटन धनंजय कुमार एसडीएम, अध्यक्षता मुफ़्ती अताउर्रहमान कासमी, संचालन डॉ नसीम अहमद नसीम ने किया।
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