बेगूसराय/विनोद कर्ण। दरभंगा स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह परंपरा से हटकर बनी है, इसलिए लोग समझ नहीं रहे हैं। जनहित वाला है बजट।
उन्होंने कहा है कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में आप जाएंगे तो टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही आगे बढ़ पाएंगे। चाहे शिक्षा, कृषि, व्यवसाय कोई भी क्षेत्र हो टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता देनी ही होगी। इस बजट की खासियत यही है कि इसमें टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता दी गई है। एमएलसी सर्वेश कुमार ने कहा कि खेती में ड्रोन के इस्तेमाल की लोग आलोचना कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पता है कि ड्रोन से फसल हो या बगीचा जब आप पेस्टीसाइड या उर्वरक का छिड़काव एक जैसा होगा। कम समय और कम खर्च में इससे छिड़काव होगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कम जमीन वाला किसान आज ट्रैक्टर से जुताई व दौनी कैसे कर रहा है। इसी तरह छोटे किसान भी ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे। सरकार को इसमें सब्सिडी भी देनी चाहिए। ड्रोन के माध्यम से युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
जैविक खेती के लिए सरकार दे 25 हजार रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी : एमएलसी सर्वेश कुमार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि इससे न सिर्फ सीधे तौर पर सेहत में सुधार होगा बल्कि इससे पर्यावरण की भी रक्षा होगी। साथ ही नमामि गंगा प्रोजेक्ट को भी नया आयाम मिलेगा। क्योंकि गंगा में पेस्टीसाइड का घुलना कम हो जाएगा।
इसकी सफलता के लिए वे केंद्र सरकार से गंगा के किनारे के पांच किलोमीटर तक खेती करने वाले किसानों को जैविक खेती के लिए प्रति एकड़ 25 हजार रुपये सब्सिडी देनी चाहिए, तभी योजना सफल हो पाएगी। उन्होंने कहा कि जैविक खेती का कोरिडोर बनाने के लिए इसे नमामि गंगा प्रोजेक्ट का पार्ट बना कर सब्सिडी देना होगा।
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उन्होंने बताया कि 2500 किमी लंबी गंगा के किनारे पांच किलोमीटर में लगभग 40 लाख एकड़ जमीन में खेती करने जैविक कोरिडोर बनाने का लक्ष्य इस बजट में है। इसे पूरा करने में वक्त तो लगेगा। इसके अलावा बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बल दिया गया है। गतिशक्ति योजना के तहत एयरपोर्ट, हाईवे, बंदरगाह, रेलवे स्टेशन का विकास को प्राथमिकता में शामिल किया गया है। टेक्नोलॉजी जीवन के हर क्षेत्र को बदल सकती है।