कानपुर : हाय-हाय न किच-किच, कांग्रेस छोड़ गए दीक्षित

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-मंगलवार को भाजपा में शामिल हो सकते हैं

कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। टिकट वितरण में धांधली और कानपुर से एक भी ब्राह्मण को टिकट न देने के विरोध में शहर कांग्रेस कमेटी (दक्षिण) के अध्यक्ष डॉ शैलेन्द्र दीक्षित ने पद और पार्टी की प्रारंभिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। शैलेन्द्र का कहना उनका अगला पड़ाव कहां होगा, यह शीघ्र ही बताया जाएगा। उनके भाजपा में जाने की चर्चा है।

उनके साथ पार्टी छोड़ने वाले करीब 40 लोगों ने कांग्रेस छोड़ दी। शैलेन्द्र गोविंदनगर विधान सभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार थे। यह सीट ब्राह्मण बहुल है, इस प्रकार जातीय समीकरण में शैलेन्द्र को उपयुक्त माना जा रहा था।

करीब 30 साल से ज्यादा समय पार्टी को समय देने वाले शैलेन्द्र दीक्षित को 2012 में गोविंदनगर से कांग्रेस प्रत्याशी बनाये गए थे। तब वह भाजपा के सत्यदेव पचौरी से करीब 10 हज़ार वोटों से हार गए थे।

उनका कहना है कि प्रियंका गांधी ने स्वयं उन्हें टिकट के लिए आश्वस्त किया था। अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने बूथ लेवल पर पार्टी को मजबूत किया। ब्राह्मण बहुल कानपुर जहां पर 6 लाख ब्राह्मण मतदाता है, वहां की 5 विधान सभा सीटों में से एक में भी कांग्रेस ने ब्राह्मण प्रत्याशी नहीं उतारे।शैलेन्द्र ने टिकट वितरण में नेताओं पर धांधली का आरोप लगाया। उनका कहना है कि उनके समर्थक भारी संख्या में पार्टी छोड़ रहे हैं।

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