डेस्क। अयोध्या में आज 500 साल का इंतजार खत्म हो गया. अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं. शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच रामलला अपने भव्य गर्भगृह में विराजमान हुए. पीएम मोदी ने शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की. इसके बाद अयोध्या जय श्रीराम के नारों से गूंज उठी. इसके बाद राम मंदिर परिसर में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई.
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गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बीच पीएम मोदी के साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद थीं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही राम मंदिर का विधिवत उद्घाटन हो गया और भक्तों के लिए यह नया भव्य मंदिर खुल गया. राम मंदिर समारोह की अध्यक्षता प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं, जो अपने 11 दिवसीय अनुष्ठान में आज पूरी तरह से उपवास कर रहे थे. राम मंदिर समारोह में कई वीआईपी मौजूद हैं.
वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन से पहले श्रीरामलला भगवान का जय-जयकार लगाया. सीएम योगी ने कहा कि रामोत्सव के आज के इस पावन अवसर पर मैं सभी की ओर से पीएम मोदी का स्वागत और अभिनंदन करता हूं. सीएम योगी ने कहा कि मेरे पास भाव व्यक्त करने को शब्द नहीं मिल रहे. मेरा मन भावुक है.
निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा महसूस कर रहे होंगे. आज इस ऐतिहासिक और पावन अवसर पर भारत का हर नगर और ग्राम अयोध्या धाम है और हर मार्ग अयोध्या जन्मभूमि की ओर आ रहा है. हर आंख संतोष की आंसू से भींगा है. पूरा देश राममय है. ऐसा लगता है कि हम त्रेता युग में आ गए हैं. आज रघुनंदन, राघव और रामलला अपने सिंहासन पर विराजमान हैं.
साथ ही पीएम मोदी ने चरणामृत ग्रहण कर राम मंदिर समारोह के लिए 11 दिवसीय उपवास को पूरा कर लिया. गोविंद देव गिरी महाराज ने पीएम मोदी को चरणामृत पिलाकर 11 दिनों का उपवास संपन्न कराया.
गोविंद देव गिरी महाराज ने पीएम मोदी की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने खुद अनुष्ठान की नियमावली मांगी. 3 दिन की उपवास की जगह पीएम मोदी ने 11 दिनों का उपवास रखा. उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से पहले नियमों का पालन किया.